मेरा गला काट लो,लेकिन मुझे मेरा काम न बताओ: ममता बनर्जी
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की तारीख टालने के पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले को कोलकाता हाईकोर्ट ने गुरूवार को खारिज कर दिया था।
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की तारीख टालने के पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले को कोलकाता हाईकोर्ट ने गुरूवार को खारिज कर दिया था।
दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन और मोहर्रम के जुलूस का समय निर्धारित करने को लेकर कोलकाता हाईकोर्ट से मिली फटकार के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जमकर पलटवार किया है । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़े बेहद सख्त में कहा ‘’कोई मेरा गला काट सकता है, लेकिन कोई मुझे यह नहीं बता सकता है कि मुझे क्या करना चाहिए। शांति बनाए रखने के लिए मैं वह करूंगी जो कर सकती हूं।”
Someone can slit my throat but no one can tell me what to do: WB CM Mamata Banerjee on Calcutta HC's verdict on Durga idols' immersion pic.twitter.com/162ZXvn9RB
— ANI (@ANI) September 21, 2017
ममता ने कहा कि, ‘मैं जब दुर्गा पूजा या गणेश उत्सव का शुभारंभ करती हूं, तो तुष्टिकरण का आरोप नहीं लगता, लेकिन जब मैं ईद के कार्यक्रम में शामिल होती हूं, तो विरोधी मुझ पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हैं।’
करीबी सूत्रों के मुताबिक कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले को सीएम ममता बनर्जी शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे सकती है।
गौरतलब है कि दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन और मोहर्रम एक साथ न होने देने के पश्चिम बंगाल सरकार के फ़ैसले पर कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार दोपहर नाराज़गी दिखाते हुए इसे खारिज कर दिया था।कोर्ट ने फैसला देते हुए कहा है कि मुहर्रम के दिन भी रात 12 बजे तक मूर्ति विसर्जन हो सकेगा। हाई कोर्ट ने साथ ही पुलिस से यह भी तय करने को कहा है कि विसर्जन और ताजिए के जुलूस के रास्ते का इस तरह इंतजाम किया जाए, जिससे उनका आमना-सामना न हो सके।